पाठ_5 हार की जीत
3. इन प्रश्नों के उत्तर एक जान दो वाक्यों में लिखें:
1. बाबा भारती के घोड़े का क्या नाम था?
उत्तर:1. बाबा भारती के घोड़े का नाम सुल्तान थाl
2. खड़क सिंह कौन था?
उत्तर: 2. खड़क सिंह एक प्रसिद्ध डाकू थाl
3. बाबा भारती अपने घोड़े को देखकर खुश क्यों होते थे?
उत्तर: 3. बाबा भारती अपने दौरे को देखकर इसलिए पसंद होते थे क्योंकि वह बहुत सुंदर था और वह उसे खुद खाना दाना खिलाते थेl
4. "बाबाजी यह घोड़ा अब ना दूंगा" यह वाक्य किसने कहा और किससे कहा?
उत्तर: 4. "बाबा
जी यह घोड़ा अब ना दूंगाl" यह वाक्य खड़क सिंह ने बाबा भारती को कहेl
5. "इस घटना को किसी के सामने प्रकट ना करना" यह वाक्य किसने कहा, किससे और कब कहा?
उत्तर: 5. " इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना" यह वाक्य बाबा भारती जी ने खड़क सिंह को तब कहे जब खड़क सिंह ने कहा था कि मैं यह घोड़ा अब ना दूंगाl
4. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पांच वाक्यों में लिखें:
1. बाबा भारती को अपना घोड़ा क्यों प्रिय था?
उत्तर: 1. बाबा भारती को अपना घोड़ा इसलिए प्रिय था जैसे मां को अपना बेटा और किसान को अपने खेत देख कर जो आनंद आता था, वही आनंद बाबा भारती को अपना घोड़ा देखकर आता थाl वह घोड़ा बहुत सुंदर तथा बलवान थाl बाबा भारती उसे 'सुल्तान' कहकर पुकारते थेl खुद खाना दाना खिलाते और देखकर देखकर प्रसन्न होते थेl
2. खड़क सिंह ने घोड़े को प्राप्त करने के लिए क्या चाल चली?
उत्तर: 2. खड़क
सिंह ने घोड़ा प्राप्त करने के लिए खुद को एक अपाहिज बनाने का नाटक कियाl वह दुखी होकर एक वृक्ष की छाया के नीचे बैठ गयाl बाबा भारती वहां से जा रहे थेl उसने आवाज देकर बाबा भारती को रोक लियाl फिर उसने कहा कि मुझ पर दया करोl रामवाला जहां से 3 मील हैl मुझे वहां जाना हैl घोड़े पर चढ़ा लो परमात्मा भला करेगाl फिर खड़क सिंह ने कहा कि दुर्गादत्त वैद्य का नाम आपने सुना होगा, मैं उसका सौतेला भाई हूंl
3. बाबा भारती ने खड़क सिंह से क्या प्रार्थना की?
उत्तर: 3. बाबा
भारती ने खड़क सिंह से यह प्रार्थना प्रार्थना की कि जो तुमने मेरे साथ किया इस घटना को किसी के सामने प्रकट मत करनाl वरना कोई भी किसी गरीब आदमी की मदद नहीं करेगा, उस पर विश्वास नहीं करेगाl
4. खड़क सिंह ने घोड़ा क्यों लौटा दिया?
उत्तर: 4. खड़क
सिंह ने घोड़ा इसीलिए बाबा भारती को वापस लौटा दिया क्योंकि बाबा भारती ने जो शब्द उसे कहे थे वह उसके कानों में गूंज रहे थेl खड़क सिंह अजय सोचता रहा कि कैसे ऊंचे विचार है,कैसा पवित्र भाव है, मनुष्य नहीं देवता हैl
5. इस कहानी की महत्वपूर्ण पंक्ति को ढूंढकर लिखिए जिसने डाकू का हृदय परिवर्तन कर दियाl