पाठ 3 रक्तदान_ एक बहुमूल्य संस्कार
3. इन प्रश्नों के उत्तर एक जा दो वाक्यों में लिखें:
1. आमतौर पर दार का अर्थ किस रूप में लिया जाता है?
1. उत्तर: आमतौर पर दान का अर्थ किसी दरिद्र को भोजन या कुछ धन देने, धार्मिक स्थानों पर चढ़ावा चढ़ाने, धार्मिक समागम पर पैसे या खाद्य सामग्री आदि देने, कन्या-दान, विद्या-दान, किसी समाज सेवी संस्था को योगदान देने आदि के रूप में दिया जाता हैl
2. स्वरतम दान कौन सा है?
2. उत्तर: स्वरतम दान रक्तदान हैl
3. एक मानव दूसरे मानव की जीवन रक्षा कैसे कर सकता है?
3. उत्तर: एक मानक दूसरे मानव की जीवन रक्षा रक्तदान द्वारा कर सकता हैl
4. रक्त की जरूरत कब पड़ती है?
4. उत्तर: रक्त की जरूरत दिन प्रतिदिन होने वाली दुर्घटना और बड़े- बड़े ऑपरेशन के समय पड़ती हैl
5. रक्त समूह कितने प्रकार के होते हैं?
5. उत्तर: रक्त समूह 8 प्रकार के होते हैं ए पॉजिटिव, ए नेगेटिव, बी पॉजिटिव, बी नेगेटिव, ए-बी पॉजिटिव, एबी नेगेटिव, ओ पॉजिटिव और ओ नेगेटिवl
6. किन व्यक्तियों को रक्तदान नहीं करना चाहिए पाठ के आधार पर उत्तर दें?
6. उत्तर: उन व्यक्तियों को रक्तदान नहीं करना चाहिए जो किसी संक्रमित रोग से पीड़ित हो, जिनको पीलिया की बीमारी के बाद कम से कम 4 वर्ष न हुए हो, गर्भवती महिलाओं को, जिनकी सर्जरी (शल्य चिकित्सा) को कम से कम 1 वर्ष न हुआ हो और जिस व्यक्ति को रक्तदान की 3 महीने न हुए होl किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को भी रक्तदान नहीं करना चाहिएl अगर किसी व्यक्ति ने मदिरा का सेवन किया हो तो वह 24 घंटे बाद ही रक्तदान कर सकता हैl
7. रक्तदान करने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?
7. उत्तर: रक्तदान करने से शरीर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ताl
4. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पांच वाक्य में लिखिए:
1. रक्तदान को एक संस्कार के रूप में क्यों नहीं विकसित किया जा सका?
1. उत्तर: रक्तदान को एक संस्कार के रूप में न विकसित होने के पीछे लोगों की अवैज्ञानिक सोच हैl संस्कार वह होते हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी अपने बड़े बुजुर्गों से प्राप्त होते हैंl वही बड़े बुजुर्ग हमें रक्तदान करने से रोकते हैंl उनका मानना है कि रक्तदान से में शरीर में कमजोरी आ जाती है और बीमारी भी लग सकती हैl बड़ों के विचारों एवं अवैज्ञानिक सोच के कारण रक्त दान को एक संस्कार के रूप में विकसित नहीं किया जा सकाl
2. स्वैच्छिक रक्तदान से आप क्या समझते हैं?
2. उत्तर: स्वैच्छिक से भाव अपनी इच्छा के अनुसार किए गए कार्य से हैl स्वैच्छिक रक्तदान से भाव यह है कि एक स्वस्थ व्यक्ति 3 महीने के बाद अपनी इच्छा के अनुसार रक्तदान कर सकता हैl उसे किसी प्रकार की मनाही नहीं होगीl यदि रक्तदान करने वाला व्यक्ति रक्तदान करने के 3 महीने बाद से पहले रक्तदान करता है तो उसे रक्तदान की अनुमति नहीं होगीl
3. क्या रक्तदान करने वाले व्यक्ति की आयु, भार और स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाता है? यदि हां तो, समसत बातों को लिखें?
3. उत्तर: हा, रक्तदान करने वाले व्यक्ति की आयु, भार और स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाता हैl एक स्वस्थ व्यक्ति जिसकी आयु 18 वर्ष से 60 वर्ष और वजन 35 किलोग्राम से कम ना, हो प्रत्येक 3 महीने बाद आसानी से स्वैच्छिक रक्तदान कर सकता हैlकिसी भी अस्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करने की अनुमति नहीं हैl
4. आपने कई स्थानों पर रक्तदान शिविर लगा देखा होगा वहां पर जाकर डॉक्टर नर्स से इस प्रक्रिया को समझा और अपनी डायरी में नोट करें?